


आज दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल अपना 27वां बर्थ-डे मना रहा है। गूगल ने इंटरनेट की दुनिया में कामयाबी के कई झंडे गाड़े हैं, इसे न केवल एक सर्च इंजन के रूप में जाना जाता है बल्कि गूगल आज लोगों को कई तरह की सर्विस भी ऑफर कर रहा है। आज अगर कोई भी हमसे कुछ पूछता है तो हम उसे यही जवाब देते हैं कि ‘भाई गूगल कर लो, हर सवाल का जवाब मिल जाएगा’, ऐसा इसलिए क्योंकि गूगल हम सभी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है।
गूगल नॉलेज का भंडार है
गूगल नॉलेज का भंडार है, जहां बच्चे के स्कूल होमवर्क से प्रोफेशनल लोगों तक के लिए कई जरूरी इंफॉर्मेशन आसानी से मिल जाती है। गूगल ने आज अपने 27वें जन्मदिन के मौके पर डूडल तैयार किया है जो अलग ही रूप में नजर आ रहा है। डूडल में गूगल का नाम लिखा है जो थोड़ा हटकर लग रहा है।
ऐसे बना इंटरनेट का बादशाह
अमेरिका कंपनी Alphabet गूगल की मालिक है और भारतीय मूल के सुंदर पिचाई कंपनी के सीईओ हैं। गूगल की सफलता के पीछे दो बड़ी वजह हैं, पहला तो गूगल का क्लीन इंटरफेस और दूसरा बेहतरीन सर्च रिजल्ट। इन्हीं दो बड़ी वजहों के कारण कंपनी को शुरुआत में इतनी ज्यादा पॉपुलैरिटी हासिल हुई। इसके बाद जैसे-जैसे कंपनी को फंडिंग मिलती गई, कंपनी नए प्रोडक्ट्स और सर्विस को लॉन्च कर बाहशाहत को कायम करना शुरू कर दिया।
कैसे हुई शुरुआत?
गूगल के पीछे Larry Page और Sergey Brin का बहुत बड़ा हाथ है या फिर यूं कह लीजिए कि गूगल इन दोनों ही अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट के दिमाग की उपज है। इन दोनों ही कंप्यूटर साइंटिस्ट ने सन् 1998, 4 सितंबर को गूगल को शुरू किया था, जब इन दोनों ने गूगल को शुरू किया तब वह कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे और पीएचडी के स्टूडेंट थे।